एक अंकुर फूटा धरती से,
क्या तुमने आवाज़ सुनी ?
एक सृजन फिर हुआ धरा पर,
क्या तुमने कोई गूंज सुनी ?
एक अंकुर से बनता पौधा,
एक पौधे से बनता वृक्ष,
एक सृजन फिर एक पतन,
एक निःशब्द और एक सशब्द,
एक वृक्ष टूटा धरती से,
क्या तुमने आवाज़ सुनी ?
एक पतन फिर हुआ धरा पर ,
क्या तुमने कोई गूंज सुनी ?
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