मन तो चंचल है ये कहकर टालना कई बार ठीक नहीं होता क्योंकि ये चंचल मन जब कोई बात ठान ले, तो फिर आपको भी दीवाना कर सकता है, चाहें या न चाहें आपको अपने मन की कही, तो सुननी ही पड़ेगी I मन में निश्चय जीत हासिल करने का हो, तो जीतना तय है, फिर जंग कोई भी हो I हां वो बात और है कि जंग में जाए बिना ही हार मान लें और खुद को दोष दें I जीवन रुपी जंग में, आपकी जीत या हार आप स्वयं तय करते हैं I कहा भी जाता है कि, अपने मन की सुनो और वैसा ही करो, क्योंकि मन कभी झूठ नहीं बोलता I
Wednesday 8 February 2017
# कहावतें #
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